नीमच की 'उड़ान संगिनी' बनी वरदान, भीषण गर्मी में मटके बांटकर बुझाई प्यास, मज़दूरों के खिले चेहरे।
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S S Kachhawa
नीमच की 'उड़ान संगिनी' बनी वरदान, भीषण गर्मी में मटके बांटकर बुझाई प्यास, मज़दूरों के खिले चेहरे।
Updated : May 23, 2025 02:28 PM

नीमच: तपती धूप और भीषण गर्मी के इस दौर में जहां हर कोई शीतल जल की तलाश में है, वहीं नीमच के जेएसजी उड़ान संगिनी ग्रुप ने एक अत्यंत सराहनीय और पुण्य का कार्य किया है। इस ग्रुप की बहनों ने समाज के कमजोर वर्ग, विशेषकर उन मेहनतकश मजदूरों के लिए मटकियों का वितरण किया, जो अब तक प्लास्टिक के डिब्बों में पानी पीने को मजबूर थे।
मटके पाकर इन श्रमिकों के चेहरों पर जो खुशी दिखी, वह किसी भी दानवीर के लिए सबसे बड़ा प्रतिफल था। यह पहल ऐसे समय में की गई है जब पारा लगातार चढ़ रहा है और शुद्ध, ठंडा पेयजल एक बड़ी चुनौती बन गया है।
इस नेक कार्य में जेएसजी उड़ान संगिनी ग्रुप की कई बहनों ने अपना अमूल्य समय देकर सहभागिता की। इनमें श्रीमती हीरामणि गांग, सपना मूणत, संगीता मूणत, कविता दक, राखी जी बाफना, प्रीति जी तडवेचा, रेखा जी चौधरी, और प्रियंका पितलिया प्रमुख रूप से शामिल थीं। कार्यक्रम में ग्रुप की पदाधिकारी, सचिव श्रीमती विनिता कांठेड़ और अध्यक् सुश्री भावना कांठेड़ भी उपस्थित रहीं और उन्होंने इस पुनीत कार्य को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
जेएसजी उड़ान संगिनी ग्रुप का यह प्रयास न केवल जरूरतमंदों को राहत पहुंचाएगा, बल्कि समाज के अन्य वर्गों को भी ऐसे परोपकारी कार्यों के लिए प्रेरित करेगा। यह दर्शाता है कि छोटे-छोटे प्रयास भी बड़ी राहत ला सकते हैं और मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।