परोपकार की नई मिसाल, राजकीय सम्मान के साथ 'गार्ड ऑफ ऑनर' देकर देहदान को अंतिम विदाई, पढ़े खबर।
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S S Kachhawa
परोपकार की नई मिसाल, राजकीय सम्मान के साथ 'गार्ड ऑफ ऑनर' देकर देहदान को अंतिम विदाई, पढ़े खबर।
Updated : August 01, 2025 03:23 PM

नीमच। समाजसेवा और शिक्षा के प्रति समर्पण की एक अद्भुत कहानी नीमच में देखने को मिली, जब हिंगोरिया निवासी चंद्रशेखर नागदा का निधन होने पर उनके देहदान को राजकीय सम्मान के साथ 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया गया। चंद्रशेखर नागदा ने मरणोपरांत अपना पार्थिव शरीर मेडिकल छात्रों की पढ़ाई के लिए दान करने का महान निर्णय लिया था, जिसके बाद उनके शरीर को नीमच मेडिकल कॉलेज को सौंपा गया।
यह पहला मौका है, जब इस क्षेत्र में किसी देहदान को इतना सम्मान मिला है। मेडिकल कॉलेज परिसर में भावुक कर देने वाले इस क्षण में नागदा को अंतिम सलामी दी गई। इस गौरवपूर्ण सम्मान ने न केवल उनके अतुलनीय योगदान को सराहा, बल्कि समाज में देहदान के महत्व और जागरूकता को भी बढ़ावा दिया।
चंद्रशेखर नागदा का यह कदम आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल है। उनके देहदान से मेडिकल के छात्रों को मानव शरीर की संरचना को समझने और गहराई से अध्ययन करने का अवसर मिलेगा, जो चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक अमूल्य योगदान है।
इस नेक कार्य को सफल बनाने में लॉयन्स क्लब नीमच सेंट्रल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। क्लब ने नागदा परिवार के इस सराहनीय निर्णय की प्रशंसा की और पूरी प्रक्रिया को सहजता से पूरा करने में मदद की। इस दौरान नागदा परिवार के सदस्य, लॉयन्स क्लब के पदाधिकारी और मेडिकल कॉलेज का स्टाफ मौजूद था। चंद्रशेखर नागदा का यह कार्य निश्चित रूप से समाज के दूसरों लोगों को भी देहदान के लिए प्रेरित करेगा और एक नई परंपरा की शुरुआत करेगा।